प्रस्तुत विडिओ मे स्वामी सत्यामित्रानंद गिरि जी महाराज ने भारतीय इतिहास मे श्रवण और श्रावण का महत्व वर्णित किया है। स्वामी जी कहते हैं की जो साहित्यिक व्यक्ति होता है उसका सबसे बड़ा मित्र शब्द, विचार, शास्त्र एवं ग्रंथ होते हैं। Shiv ko Mahadev kyon Kahate Hain | Satyamitranand Ji स्वामी जी के अनुसार इस संसार मे ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है जिसके मन मे साधारण विचारों की उत्पत्ति ना होती हो, लेकिन उन विचारों पर नियंत्रण करने के लिए व्यक्ति को श्रावण मास मे भगवान शंकर की आराधना करनी चाहिए। Satyamitranand Ji Pravachan Explore More: Satyamitranand Ji Pravachan
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